फिटकरी जिसे मिनरल्स सॉल्ट कहा जाता है, देखने में ट्रांसपेरेंट होती है। ये शुद्ध और अशुद्ध (Pure and Impure) दोनों तरह मिलती है। ये एक तरह का नमक ही है लेकिन उसमें बहुत सारे मिनरल्स मौजूद होते हैं। ये सफेद क्रिस्टल होता है जिसमें किसी तरह की कोई स्मेल नहीं होती। इसका स्वाद थोड़ा तीखा होता है जिसका सेवन आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। मेडिकल इंडस्ट्री में भी इस खनीज का इस्तेमाल बीमारियों का उपचार करने में किया जाता है। कॉस्मेटिक इंडस्ट्री, फूड प्रोड्क्ट में इसका सेवन काफी किया जाता है। इस मिनरल के फायदों की बात करें तो ये इंफेक्शन से बचाव करता है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजेर ने बताया फिटकरी को पानी में डालकर उसका पेस्ट बना लें और उस पानी से कुल्ला करें तो मुंह के इंफेक्शन से बचाव होता है और ओरलदुरुस्त रहती है। UTI Infection से बचाव करना चाहते हैं तो आप एक गिलास पानी में एक चम्मच फिटकरी का पाउडर मिलाकर उसका सेवन करें।
मुंह में किसी भी तरह का अल्सर हो या फिर मसूड़ों में किसी तरह की परेशानी हो तो आप फिटकरी के पानी से दिन में दो बार कुल्ला करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि फिटकरी कैसे इंफेक्शन से बचाव करती है और इससे कौन-कौन से फायदे हैं।
ओरल हेल्थ करती है दुरुस्त
अगर आपके मसूड़ों में दर्द है, दांत में कीड़ा लगा है या कीटाणुओं का सफाया करना चाहते हैं तो आप फिटकरी पाउडर को पानी में डालकर उससे कुल्ला करें। ये खनीज ओरल हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए आजकल टूथपेस्ट और माउथवॉश में इस्तेमाल होता है। यह खनीज मसूड़ों की सूजन को कंट्रोल करता है और बैक्टीरिया को मुंह में पनपने से रोकता है।
स्किन से टॉक्सिन करती है दूर
स्किन की सफाई करने में फिटकरी कमाल की चीज है। पानी में फिटकरी का पाउडर डालकर उसको मेल्ट कर लें। रुई में इस पानी को डिबोकर उससे स्किन की सफाई करें स्किन में मौजूद सारी गंदगी और टॉक्सिन बाहर निकल जाएंगे।
फिटकरी में एंटी कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं। इसमें ट्यूमर की ग्रोथ को कम करने वाले गुण मौजूद हैं। जानवरों पर की गई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि फिटकरी कैंसर का भी इलाज करती है।
कोलेस्ट्रॉल और मोटापा होता है कंट्रोल
कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि फिटकरी मेंको कंट्रोल करने वाले गुण भी मौजूद हैं। फिटकरी से मोटापा को भी कंट्रोल किया जाता है, ये ओवर इटिंग को कंट्रोल करती है। इसका इस्तेमाल दिल के रोगों से बचाव करता है।
खांसी जुकाम का भी है ये इलाज
सर्दी जुकाम और गले की खराश का इलाज करने में फिटकरी का सेवन बहुत ज्यादा किया जाता है। फिटकरी को पानी में पकाकर अगर गुनगुने पानी से गरारा किया जाए तो गले की खराश और खांसी से निजात मिलती है।
घांव जल्दी भरता है
फिटकरी घाव को जल्दी भरने और संक्रमण रोकने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो घाव को संक्रमण से बचाने और उसे जल्दी भरने में मदद करते हैं।