आतंकी हमले की आशंका के बाद हरकत में आई पुलिस और इंटेलिजेंस इंदौर की ग्रीन पार्क कालोनी के सरफराज से पूछताछ कर रही है। सरफराज के हांगकांग लिंक तो मिल गए, लेकिन पाकिस्तान के संबंध में कुछ नहीं बता रहा है।
जानकारी के मुताबिक सरफराज पांचवीं पास है और इसका जन्म मुंबई में हुआ था। 1995 में इसका परिवार इंदौर आया जहां सरफराज के पिता एक बेकरी में काम करते थे। इस दौरान वह हांगकांग चला गया। इसकी चार शादियां होने की जानकारी भी मिली है। वह अंग्रेजी और चीन भाषा फर्राटे से बोलता है। मंगलवार को मुंबई एटीएस और एनआइए भी पूछताछ के लिए इंदौर पहुंची। उधर, अलर्ट के बाद इंदौर में बम निरोधक दस्ता भी सक्रिय हो गया है और स्निफर डॉग को लेकर जगह-जगह जांच कर रहा है।
ग्रीन पार्क कालोनी के फातिमा अपार्टमेंट में रहने वाले सरफराज पुत्र एहमद मेमन के बारे में मुंबई से ही संदेश आया था। मुंबई एटीएस ने इंटेलिजेंस को ई-मेल कर बताया कि सरफराज हांगकांग-चीन और पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर भारत आया है। वह बड़े हमले की फिराक में है। इसके बाद इंटेलिजेंस ने जानकारी जुटाई और सरफराज को पकड़ा। सोमवार देर रात उससे चंदन नगर थाने में पूछताछ की, लेकिन आतंकी गतिविधियों संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली।
सरफराज ने कहा कि उसकी खजराना में दवाई की दुकान थी। हालांकि, अब वह बंद है। बहन की मौत के बाद वह हांगकांग चला गया था। करीब 12 साल उसने हांगकांग में मोबाइल दुकान और रेस्त्रां में काम किया है। पुलिस को पासपोर्ट में हांगकांग की एंट्री मिली है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या वह हांगकांग के रास्ते पाकिस्तान या तालिबान के संपर्क में तो नहीं था।
सरफराज की गतिविधियां तो संदिग्ध है। वह घर पर तभी आता था जब उसके दस्तावेज आते थे। इमारत में रहने वाले लोग भी उसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। पुलिस उसके माता-पिता से भी पूछताछ कर चुकी है। जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक, सरफराज के पाकिस्तान कनेक्शन की कड़ियां जुड़ना बाकी है। उसने पाकिस्तान जाने से इनकार किया है। इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि वह हांगकांग या चीन के रास्ते तो पाकिस्तान नहीं गया था। मंगलवार को एटीएस भी एनआइए से मिली रिपोर्ट की जांच करेगी।