इंदौर से सरफराज मेमन को पकड़ा गया है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि वह विदेशों से ट्रेनिंग लेकर आया है। पुलिस रविवार देर रात उसे तलाशने उसके घर और दुकान पर पहुंची लेकिन वह नहीं मिला। इसके साथ एनआइए ने देश में बड़े हमले का अलर्ट भी जारी किया था। इसके बाद पुलिस उसके माता पिता को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाई। माता पिता के थाने आने के बाद उसने पुलिस को फोन कर खुद थाने आने की बात कही। देर रात पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पुलिस को अभी उसकी बहुत सारी बातों पर संदेह है। उसके पासपोर्ट में 15 बार चीन और हांगकांग जाने की एंट्री है। उसका कहना है कि वह बिजनेस के सिलसिले में वहां जाता था। वहां से सस्ते मोबाइल खरीदकर देश में महंगे दामों में बेचने का उसका काम था। वह लंबे समय तक वहां पर रहा है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी की रिपोर्ट के बाद में इंटेलिजेंस और पुलिस ने रविवार रात चंदननगर से सरफराज को हिरासत में लिया। रिपोर्ट में बताया है कि वह 12 साल तक हांगकांग में रहा है। यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान और चीन से आतंकी ट्रेनिंग लेकर आया है। भारत में बड़ा हमला करने की फिराक में है। अब मुंबई का आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) सरफराज से पूछताछ करेगा। वह 2007 के आसपास इंदौर के खजराना में भी रहा था। मकान बेचने के बाद ग्रीन पार्क कालोनी में आ गया था। पुलिस के पास वर्ष 2016 से पहले का उसके पासपोर्ट का रिकार्ड नहीं है। उसकी कुछ बातों पर अभी भी संदेह है। बैंक खातों और फोन नबंरों की जांच चल रही है।
एनआइए ने गुप्त इनपुट मुंबई पुलिस को मेमन के बारे में सूचना दी थी। एनआइए को जानकारी मिली थी कि वह मुंबई का रहने वाला है। मुंबई एटीएस हरकत में आई और इंदौर के इंटेलिजेंस डीसीपी रजत सकलेचा को बताया कि सरफराज मूलत: ग्रीन पार्क कालोनी (चंदननगर) स्थित फातमा अपार्टमेंट का रहने वाला है। चंदननगर थाना पुलिस पहुंची तो पहले उसके माता-पिता को हिरासत में लिया। देर रात वह स्वयं थाने पहुंच गया।
डीसीपी जोन-4 आरके सिंह और एडिशनल डीसीपी जोन-4 अभिनव विश्वकर्मा ने सरफराज से पूछताछ की। उसने प्रारंभिक पूछताछ में हांगकांग में रहना स्वीकार किया। उसके पासपोर्ट में 15 बार चीन और हांगकांग जाने की एंट्री दर्ज है। सरफराज के घर पहुंची पुलिस ने उसके माता-पिता को हिरासत में लिया तो देर रात वह थाने पहुंच गया। सरफराज को चंदननगर इलाके में गुप्त स्थान पर कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। पूछताछ में सवालों के स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है।
मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि एनआइए से जो इनपुट मिला था उसके आधार पर इंदौर की पुलिस ने सरफराज को हिरासत में लिया है। मप्र से कोई भी संदिग्ध इस तरह की गतिविधि में लिप्त है तो पुलिस उसे नहीं छोड़ेगी। जांच में यदि किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधियों में उसकी भागीदारी मिलती है तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।