दिल्ली का पुराना किला यमुना नदी के किनारे एक छोटी पहाड़ी पर अपनी मजबूत दीवारों और शक्तिशाली प्रवेश द्वारों के साथ खड़ा है। इसके अंदर एक मस्जिद है जिसमें दो मंजिल का अष्टभुजी स्तंभ है। हिन्दु साहित्य के अनुसार यह किला इंद्र प्रस्थ के स्थल पर है जो पांडवों की विशाल राजधानी होती थी। जबकि इसका निर्माण अफगानी शासक शेर शाह सूरी ने तीसरी शताब्दी ने 1538 से 1545 के बीच कराया गया, जिन्होंने मुगल बादशाह हुमायुं से दिल्ली का तख्त छीन लिया था। ऐसा कहा जाता है कि मुगल बादशाह हुमायुं स्तंभ से नीचे गिरे और दुर्घटनावश उनकी मौत हो गई।