आयुर्वेद की खोज और कुदरत का दिया गया वरदान हैं आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां। सदियों से जड़ी बूटियों से लाखों बीमारियों का इलाज किया जाता रहा है। कुछ जड़ी बूटियां ऐसी हैं जो क्रोनिक बीमारियों तक को काबू करती हैं। हम बात कर रहे हैं मोरिंगा की पत्तियों की यानी सहजन की जो औषधीय गुणों से भरपूर एक बहुत ही गुणकारी पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम Moringa Oleifera है। इस पौधे को कई नामों जैसे “ड्रमस्टिक ट्री” या “चमत्कारी पेड़ के नाम से भी देश में जाना जाता है। ये पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इन पत्तियों सेजैसी क्रॉनिक बीमारी का इलाज होता है। ये पत्तियां फाइबर से भरपूर होती है जो मोटापा को कंट्रोल करती है।
मोरिंगा लीव्स एक ऐसा सुपरफूड्स हैं जो पोषक तत्वों का पावर हाउस है। इन पत्तियों में इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने की पूरी ताकत है। सर्दी-गर्मी बदलते मौसम में अगर कुछ दिनों तक इन पत्तियों को चबाया जाए तो आसानी से मौसमी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. संजय कुमार ने बताया कि मोरिंगा की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती हैं जो बॉडी की सूजन को कंट्रोल करती हैं और बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है। ये पत्तियां बॉडी से लेकर दिमाग तक की सेहत को दुरुस्त करती हैं। मोरिंगा की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण संज्ञानात्मक कार्य (cognitive function) को स्पोर्ट करते हैं और न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव डालते हैं। आइए जानते हैं कि मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करने से कैसे स्किन में नेचुरल तरीके से कोलेजन का निर्माण होता है और क्रॉनिक बीमारियां कंट्रोल रहती हैं।
डायबिटीज का रामबाण इलाज हैं मोरिंगा की पत्तियां
डायबिटीज के मरीजों के लिए मोरिंगा की पत्तियों का सेवन जादुई असर करता है। मोरिंगा की पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड और इंसुलिन जैसाहोता है जो शरीर मेंशुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। ये पत्तियां शरीर को इंसुलिन के प्रति संवेदनशील बनाती है, जिससे ब्लड शुगर नॉर्मल होता है। इन पत्तियों में फाइबर मौजूद होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को धीरे-धीरे कंट्रोल करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर मोरिंगा की पत्तियां बॉडी की सूजन को कंट्रोल करती है।
मोरिंगा की पत्तियां कैसे नेचुरल तरीके से करती हैं कोलेजन का निर्माण
मोरिंगा की पत्तियां कैसे वजन घटाती हैं?
मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इन पत्तियों में विटामिन B1, B2, B3 जैसे बी ग्रुप के विटामिन मौजूद होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं जिससे तेजी से कैलोरी को बर्न करना आसान होता है। इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड फैट के अवशोषण को कम करता है और बॉडी में जमा चर्बी को कम करने में मदद करता है। इन पत्तियों में डिटॉक्सिफिकेशन गुण भी मौजूद होते हैं जो बॉडी को डिटॉक्स करते हैं और पाचन को भी बेहतर बनाते हैं। लो कैलोरी ये पत्तियां भूख को कंट्रोल करती है जिससे ओवरईटिंग कम होती है।