शिवानी दूसरी बार मां बनने जा रही थी। मन में तरह-तरह की उम्मीदों के साथ एक डर भी था इस बार भी यदि लड़की हुई तो पता नहीं क्या होगा ।हालांकि उसके पति ने कभी उससे ऐसी कोई डिमांड नहीं रखी थी फिर भी वह अपने अंदर उस डर को महसूस कर रही थी। घर में सभी लोग आ गए थे। उसके माता-पिता आ गए थे। जेठ जेठानी सभी थे, पर वह अपनी सास और अपने पति के साथ हॉस्पिटल पहुंची। पहला बच्चा ऑपरेशन से हुआ था, इसलिए दूसरे बच्चे के लिए भी ऑपरेशन होना तय था। शिवानी ऑपरेशन थिएटर में पहुंच चुकी थी। कुछ देर बाद नर्स बाहर आई और उसने कहा कि "शिवानी के साथ कौन आए हैं ।"शिवानी के पति राजेश और उसकी सास तुरंत उसके पास पहुंचे। नर्स ने हंसते हुए कहा "मुबारक हो आपके घर में लक्ष्मी आई है ।" सासूजी मुस्कुराते हुए बच्ची को देख रही थीं और बोली "यह लक्ष्मी नहीं यह तो मेरी सरस्वती है, लक्ष्मी तो एक पहले से ही है।" राजेश अपनी मां के चेहरे को देख रहा था, जहां एक सुकून दिखाई दे रहा था शिवानी के पिता भी आए थे ।एकदम से चेयर पर बैठ गये।ऐसा लगा जैसे वे जिंदगी की बाजी हार गए हों। थोड़ी देर में शिवानी के जेठ भी पहुंचे और उन्होंने राजेश की पीठ पर हाथ रखते हुए कहा "कोई बात नहीं भाई अगली बार तो बेटा जरूर होगा।" राजेश ने कहा मुझे तीसरे बच्चे की जरूरत भी नहीं है। मुझे दो ही बच्चे चाहिए थे और स्वस्थ बच्चे चाहिए थे। दोनों ही हो गये अब मुझे किसी बात की चिंता नहीं है ।"
"कोई नहीं तुम इसे बेटे की तरह पालना।" राजेश ने कहा "बेटे की तरह क्यों यह मेरी बिटिया है और मैं इसे बिटिया की तरह ही पालूंगा इसे और भी स्ट्रांग बनाऊंगा।"
पांच दिन बाद राजेश अपनी पत्नी और बच्ची के साथ घर आ गया घर में उसकी बड़ी बेटी खनक अपनी छोटी बहन को देखकर खुशी से खनक उठी। बहुत ही प्रसन्न थी।
बारह दिन बाद बच्ची की बरही पूजा थी, पर घर में किसी तरह की तैयारी नहीं हो रही थी। शिवानी अंदर अंदर सोच रही थी पता नहीं राजेश इस बार कुछ पूजा पाठ कराएंगे भी कि नहीं। अभी तक तो ना मेरे लिए नए कपड़े लाए न हीं अपनी बेटी के लिए। पता नहीं इनके दिमाग में क्या चल रहा है। राजेश की मां ने कई बार कहा-" बेटा बहू और बच्चे के लिए कपड़ा लेकर आना है। राजेश कहता 'अच्छा ठीक है देखते हैं।" पर राजेश लेकर कुछ भी नहीं आये।
बारहवे दिन पूजा थी और राजेश का कहीं अता पता नहीं था ।शाम होने को आ गई थी पर राजेश दिखा नहीं । शिवानी के माता पिता भी नहीं आए।उसका मन बैठा जा रहा था। अपने बच्चे को लिए बैठी हुई थी कि तभी राजेश आया और बोला "चलो तुम लोग जल्दी गाड़ी में बैठो।" शिवानी ने पूछा क्या हुआ कहां जाना है?"
उसने कहा "बस मेरे साथ चलो।"
शिवानी गुस्से में भर गई थी "तुम्हें पता है आज क्या है आज मेरी बेटी का बरही है और तुम पूजा के लिए कुछ भी नहीं लाए।" "ठीक है छोड़ो ये सब बातें। अभी ऑफिस के एक छोटे से फंग्सन में जाना है। तुम चुपचाप मेरे साथ चलो। और मां आप भी चलिए।"
थोड़ी देर में कार एक घर के सामने खड़ी थी। शिवानी की समझ में नहीं आ रहा था उसने झल्लाते हुए पूछा "क्या हुआ यहां क्यों लाए हो ?"
"कुछ नहीं तुम लोग अंदर जाओ"कहते हुए सबको अंदर कर दिया। शिवानी की आँखें अचरज से भर उठीं "यह क्या, यह तो एक पार्लर है।आते ही किसी ने बच्चे को लिया किसी ने शिवानी को चेयर पर बिठाया तो किसी ने उसकी सास को बिठाया और कहा कि "आप सभी को सजाना है। आपको प्रीटी मॉम बनाना है और माता जी आप को सुपर मॉम बनाना है। बच्ची को तो बिल्कुल फेरी की तरह सजाना है। पास में ही दो ब्रीफकेस रखे हुए थे ।एक में शिवानी और उसकी सास के कपड़े थे और दूसरी में बच्चे के कपड़े। थोड़ी देर बाद शिवानी बिल्कुल सज धज के तैयार थी और उसकी सास भी। बच्ची को देखने से लग रहा था कि कहीं उसकी नजर ना लग जाए ।शिवानी अपने बच्चे को लिए पार्लर से बाहर निकली तो देखती है कि जिस गाड़ी से वह आई थी वह गाड़ी फूलों से सजी खड़ी है। शिवानी और उसकी सास गाड़ी तक पहुंची। तब अंदर से राजेश निकला और उन दोनों का वेलकम किया शिवानी अपने पति को सजे हुए देखकर दंग रह गईऔर बोली कि "अरे वाह आपके तो लुक ही चेंज हो गए ।"
"तो तुम्हें क्या लगता है कि सिर्फ सुपर मॉम प्रीटी मॉम तुम ही दोनों बनोगी, मैं कुछ नहीं अरे मैं लड़की का स्मार्ट पापा हूं ,मुझे भी तो कुछ लगना चाहिए अब जल्दी बैठो।"
हम जा कहाँ रहे हैं कुछ बताओगे भी।"
अभी बात पूरी भी नहीं हुई कि
गाड़ी एक होटल तक पहुंच गई। जिसके गेट पर जाते ही फूलों की वर्षा होने लगी। अंदर गई तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं पूरे रिश्तेदार आस पड़ोस के सभी लोग वहाँ मौजूद थे।
शिवानी की आंखों से आंसू बहने लगे। वह सोच रही थी पता नहीं इन कुछ दिनों में मैंने राजेश के बारे में क्या-क्या नहीं सोच लिया कि खुश नहीं है बिटिया से परेशान हैं क्या करूं मैं ,पर राजेश कितने अच्छे हैं तभी राजेश ने उसके कंधे पर हाथ रखा और कहा "अरे तुम तो रो कर अपना मेकअप ही खराब कर लोगी। इतनी मेहनत से तुम्हारा मेकअप करवाया है मैंने ।कृपया अपना मेकअप का ख्याल रखें मैडम।"सभी लोग हंस पड़े ।शिवानी के पापा भी आए और बेटी कोअपने गले से लगा लिया और बोले "तुम हमेशा कहती हो न कि तुम्हारे पापा से अच्छा इस दुनिया में कोई नहीं है।पर,आज मैं कहता हूँ कि तुम्हारा पति मुझसे लाख गुना अच्छा है।"
Author : Unknown
Source : Forwarded by Visitor