EPF Scam: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक बड़ा EPF और ESI घोटाला (EPF Scam) सामने आया है। गांधीनगर पुलिस ने लगभग 5 करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में तीन कंपनियों के प्रोपराइटरों और विद्युत विभाग के पूर्व अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई अधिवक्ता डीके सोनी द्वारा दायर याचिका पर न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय के निर्देश पर की गई।
गांधीनगर थाना पुलिस ने कारोबारी प्रभोजन सिंह भल्ला, विद्युत विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता डीएस भगत और अधीक्षण अभियंता राजेश लकड़ा पर एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि इन्होंने वर्ष 2020 से 2022 के बीच तीन अलग-अलग कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों के EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) और ESI (कर्मचारी राज्य बीमा) की राशि का गबन किया।
तीन सालों में 4 से 5 करोड़ की हेराफेरी की
मामले की जांच के अनुसार, तीनों कंपनियों द्वारा कर्मचारियों के नाम पर EPF और ESI (EPF Scam) के लिए सरकारी खाते में जमा की जाने वाली राशि का दुरुपयोग किया गया। इन तीन वर्षों में कुल 4 से 5 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं।
कर्मचारियों के वेतन से कटौती, लेकिन जमा नहीं की
अधिवक्ता डीके सोनी ने इस पूरे मामले को कोर्ट में उठाया था। याचिका में बताया गया कि कर्मचारियों की EPF (EPF Scam) और ESI की कटौती के बावजूद संबंधित विभागों में राशि जमा नहीं की गई, जिससे यह घोटाला उजागर हुआ। इस मामले में गांधीनगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।