भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बादमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इस पर अब पूर्व डिप्लोमेट केपी फैबियन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस वक्त खुद दुविधा में है कि क्या कार्रवाई करनी चाहिए। वह ऑपरेशन सिंदूर के बाद असहाय नहीं दिखना चाहते हैं।
समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पूर्व डिप्लोमेट केपी फैबियन ने कहा, ‘आखिरकार ऑपरेशन सिंदूरे के बाद वे असहाय नहीं दिखना चाहते। साथ ही, पाकिस्तान खुद को इस दुविधा में पाता है कि क्या जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए, अगर करनी चाहिए, तो कैसे करनी चाहिए। इससे पहले एक और रिपोर्ट में कहा गया था कि हमने पहले ही जवाबी कार्रवाई कर दी है। लेकिन वह एक रहस्यमयी बयान था।’
चीन पाकिस्तान का सहयोगी – पूर्व डिप्लोमेट
चीन मीडिया को लेकर पूर्व डिप्लोमेट ने कहा, ‘चीन पाकिस्तान का सहयोगी है। चीनी मीडिया स्वाभाविक रूप से पाकिस्तान को अच्छा दिखाने के लिए, चाहे वह सच हो या झूठ, स्टोरीज प्रसारिज करेगा। इसलिए हमारे दूतावास ने सही काम किया, उन्हें बताया कि भारत से संबंधित कहानियां प्रकाशित करने से पहले क्रॉस-चेक करें।’
पाकिस्तानी एयर स्पेस में घुसे बिना ही जवाबी कार्रवाई की – केपी फैबियन
केपी फैबियन ने कहा कि यह एक सुनियोजित ऑपरेशन था। पुलवामा हमले के बाद हमारे विमानों को पाकिस्तानी एयर स्पेस में जाना पड़ा। इस बार हमने पाकिस्तानी एयर स्पेस में घुसे बिना ही जवाबी कार्रवाई की है। उरी या पुलवामा की तुलना में हमारी पहुंच भी बहुत दूर तक है। सैन्य दृष्टिकोण से यह काफी अहम है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, हमें भारत का सैन्य अभियान खेदजनक लगता है और हम बदलते हालात को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान हमेशा एक दूसरे के पड़ोसी हैं और रहेंगे। वे दोनों चीन के भी पड़ोसी हैं। चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में काम करने, शांत रहने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है।’