गर्मियां आते ही लोग सन टैनिंग या पिगमेंटेशन की शिकायत करने लगते हैं। जिससे बचने के लिए उन्हें मजबूरन गर्मियों में भी पूरे बाजू वाले कपड़े पहनने पड़ते हैं। अगर आप भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शामिल हैं तो अब परेशान होनी की कोई जरूरत नहीं है। आज आप जानेंगे ऐसे योग के बारे में जो प्राकृतिक रूप से आपकी स्किन को टैन फ्री और ग्लोंइग बनाए रखता है।
योग के अनुसार व्यक्ति को रोजाना 40 मिनट सूर्य की रोशनी में व्यतीत करने चाहिए। ऐसा करते समय आप अपने चेहरे को सूर्य की रोशनी के विपरीत भी रख सकते हैं, या अपने चेहरे को किसी कपड़े की मदद से ढक भी सकते हैं।
सन टैनिंग गर्मियों में एक आम समस्या है, जिसमें व्यक्ति की त्वचा धूप से जल जाती है और इस पर लाल चकत्ते दिखाई देने लगते हैं। सन टैनिंग से त्वचा को काफी नुकसान पहुंचता है और त्वचा काली पड़ने लगती है। चेहरे की त्वचा अधिक संवेदनशील होने की वजह से सूर्य की हानिकारक किरणों के संपर्क में आते ही अधिक प्रभावित होती है।हालांकि इस समस्या का इलाज योग में है।
योनि मुद्रा का अभ्यास न सिर्फ तन-मन को शांत रखता है बल्कि सन टैन से बचाकर त्वचा के निखार को भी बनाए रखने में मदद करता है। नियमित रूप से इस योग का अभ्यास करने पर आपकी त्वचा जवां बनी रहती है।
इस योग को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सुखासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब अपनी जीभ का पाइप बनाते हुए सांस को गाल में भर लें। इस योग को करते समय आपको अपने दोनों हाथ के अंगूठों से अपनी नाक को बंद करना है। आपको इस चिन लॉक की स्थति में तब तक बने रहना है जब तक आप ऐसा कर सकते हैं। ऐसा करते समय आपको महसूस होगा कि आपकी ऊर्जा और एनर्जी आपकी त्वचा की ओर बढ़ रही है। उसके बाद चिनलॉक को खोलकर, हाथों को खोलते हुए नाक से सांस को छोड़ दें। नियमित रूप से सुबह और शाम 5 बार इस योग का अभ्यास करने से आपको निश्चित रूप से सन टैन ही नहीं पिंपल्स, मुंहासे, पिगमेंटेशन में भी लाभ मिलेगा।
सन टैन दूर करने के लिए बनाए गए इस उबटन में बेसन में चंदन पाउडर, नारियल पानी, नींबू का रस, खीरे का रस और शहद मिलाकर अच्छे से उसका पेस्ट बना लें। अब इस उबटन को अपने चेहरे पर 20 मिनट लगाकर ठंडे पानी से धो लें।