उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक और अहम कदम उठाते हुए 550 नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति समारोह में भाग लेते हुए नए शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उनसे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार का आह्वान किया।
निष्पक्ष चयन प्रक्रिया की सराहना
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में किसी प्रकार की सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ी। चयन पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से किया गया है। इससे पहले भी माध्यमिक शिक्षा में करीब 40,000 पदों पर शिक्षक नियुक्त किए जा चुके हैं, जिनमें से 32,000 शिक्षक एडेड कॉलेजों में हैं और करीब 8,000 अन्य माध्यमिक विद्यालयों में।
बेसिक शिक्षा में भी हुआ बड़ा बदलाव
सीएम योगी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बेसिक शिक्षा विभाग में भी 1.23 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षा विभाग की छवि खराब हो गई थी, लेकिन अब पारदर्शी प्रक्रियाओं और नवाचार से शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आया है।
नकल पर लगाम, शिक्षा में तकनीक का इस्तेमाल
पहले कई जिलों में नकल के लिए बदनामी थी। परीक्षाओं में प्रॉक्सी के माध्यम से ठेके पर परीक्षा देने वालों की पहचान कर कार्रवाई की गई। इसके बाद लाखों फर्जी परीक्षार्थी पीछे हट गए। आज शिक्षा व्यवस्था तकनीक और पारदर्शिता के बल पर मज़बूत हो रही है।
शिक्षा को नई पहचान दे रहे युवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले शिक्षा सरकारों की प्राथमिकता नहीं थी। लेकिन आज युवा अपनी पहचान नहीं छिपाते, बल्कि गर्व के साथ शिक्षक बन रहे हैं। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ जैसे प्रयासों से सरकारी विद्यालयों में बच्चों की संख्या फिर से बढ़ी है।