कोरोना वायरस की दूसरी लहर में दिखी अफरा-तफरी को देखते हुए संभावित तीसरी लहर के लिए तैयार रहना ही उचित है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे में टीकाकरण ही सबसे प्रभावी उपाय है जो तीसरी लहर से सुरक्षा दे सकता है। हालांकि वैक्सीनेशन के कारण होने वाले साइड इफेक्ट और प्रतिक्रियाओं को देखते हुए, लोग अभी इससे घबरा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक टीकाकरण के बाद बुखार, थकान और शरीर में दर्द होना सामान्य है, यह समस्याएं एक से दो दिन में स्वत: ठीक हो जाती हैं।
बुखार और थकान के अलावा कुछ लोगों को टीकाकरण के बाद वैक्सीन वाली जगह पर या पूरे हाथ में दर्द को अनुभव होता है। आइए इस लेख में जानते हैं कि इस तरह का दर्द कितना सामान्य है और यह किन कारणों से होता है? साथ ही डॉक्टर से जानेंगे कि इस तरह की दर्द की समस्याओं को किस तरह से दूर किया जा सकता है?
हाथों में दर्द होना सामान्य है
डॉक्टरों की मानें तो वैक्सीनेशन के बाद हाथ में दर्द होना काफी सामान्य है, इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन के कारण होने वाले अन्य साइड इफेक्ट्स की तरह हाथों का दर्द भी एक से दो दिन में ठीक हो जाता है। कई लोगों के मन में यह सवाल है कि एंटीजन के संपर्क में आने के कारण बुखार और कमजोरी होना तो स्वाभाविक है, पर हाथों में दर्द होने के पीछे क्या कारण हो सकता है? आइए इसे समझते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया के कारण होता है दर्द
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हाथों में होने वाला दर्द भी टीके के प्रति शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का परिणाम है। वैक्सीनेशन के कारण किसी भी तरह के साइड-इफेक्ट का अनुभव होने का मतलब है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता सक्रिय है। सामान्यतौर पर वैक्सीन में वायरस का निष्क्रिय अंश मिलाया जाता है, शरीर में इसके इंजेक्ट होते ही प्रतिरक्षा प्रणाली इसका जवाब देती है और शरीर को रोगज़नक़ से बचाने की कोशिश करती है। इसके कारण लोगों को तमाम तरह के साइड इफेक्ट्स का अनुभव हो सकता है।
इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के कारण भी दर्द
डॉक्टरों का कहना है कि हाथों में होने वाले दर्द का एक कारण यह भी हो सकता है कि कोविड के टीके इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के माध्यम से दिए जाते हैं यानी इन्हें सीधे मांसपेशियों में इंजेक्ट किया जाता हैं। ऐसे में वैक्सीन लगी हुई जगह पर सूजन की समस्या हो जाती है। इसके अलावा मांस में इंजेक्शन लगने के कारण भी दर्द हो सकता है। चूंकि यह स्थिति गंभीर नहीं है और स्वत: ठीक हो जाती है इसलिए इससे बिना घबराए सभी लोगों को वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए।
कैसे दूर करें दर्द?
डॉक्टरों का कहना है कि टीकाकरण के बाद एक या दो दिन तक हाथ में दर्द रहता है, यह चिंता की बात नहीं है। दर्द को कम करने के लिए विशेषज्ञ हाथों को गतिशील रखने की सलाह देते हैं जिससे रक्त का संचार होता रहे। खून का संचार होते रहने से दर्द में आसानी से राहत मिल सकती है। इसके अलावा दर्द को कम करने के लिए कोल्ड कंप्रेस यानी ठंडी सेकाई भी कर सकते हैं। वैक्सीनेशन के कारण बुखार और अन्य साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए पैरासीटामॉल लेने से हाथ का दर्द भी सामान्य तौर पर ठीक हो जाता है।