इंदौर. कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर पुन : लौटी नगर निगम आयुक्त ने आज काफी सक्रियता दिखाते हुए कड़े अंदाज में अपना फरमान सुनाया. नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने आज से शहर में सक्रियता दिखाई. लगभग दस दिनों से वो रेसीडेंसी इलाके के सरकारी बंगले में ही उपचाररर्थ थीं. कुछ दिन पूर्व उनके दो परिजन भी संक्रमित हुए थे. आज दोपहर निगम आयुक्त ने सेट पर आदेश दिया कि जो भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति घर पर इलाज करवा रहा है उसे कल तक किसी भी सूरत में कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जाए. कलेक्टर श्री मनीष सिंह का हवाला देकर इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. आदेश प्रसारित होते ही घरों में इलाज़ ले रहे मरीज़ों को ले जाने के लिए बड़ी संख्या में एम्बुलेंस का बंदोबस्त शुरू हो गया. वही घरों में इलाज करा रहे कोविड मरीजों के परिजनों में एक बैचेनी देखी जा रही है, वही कोविड मरीज के परिजन इस बैतुकी फरमान पर कड़ा ऐतराज जता रहे है कि जब हम हमारे परिजनों का घर पर बेहतर इलाज करा रहे है, तो फिर बेतुका आदेश और फरमान सुनने की क्या जरूरत पड़ गई, जब शहर धीरे-धीरे स्वस्थ होकर पटरी पर आ रहा है, ऐसे समय में कलेक्टर द्वारा लांकडाउन का ऐलान करना उसके बाद निगम आयुक्त का फरमान कहीं भाजपा के लिए नई मुश्बित खड़ी ना कर दे...ऐसे भी भाजपा से जनता नाराज चल रही हैं.
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